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Bal Gyanam – Jyeshta Masa (Rasgulla)

Free Vedik Classes for Children/Kids age between 5 to 12 Years. Please register, for Speaking Bharat-Baal Gyanam monthly class on Hinduism Vedic Gyan and Hindu Culture include, Basic concepts of Sanatan Dharama and culture. Shloka & stotras Moral/ Inspiring Stories from scriptures Yoga/ Meditation Date: Sun, Jun 19Time: 14:00 to 16:00 BST Location: Brahmarishi Mission UK,Heston […]
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ऋषि का महत्व और उनके योगदान

आकाश में सात तारों का एक मंडल नजर आता है उन्हें सप्तर्षियों का मंडल कहा जाता है। उक्त मंडल के तारों के नाम भारत के महान सात संतों के आधार पर ही रखे गए हैं। वेदों में उक्त मंडल की स्थिति, गति, दूरी और विस्तार की विस्तृत चर्चा मिलती है। प्रत्येक मनवंतर में सात सात […]
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अट्ठारह पुराण

हम अट्ठारह पुराणों के कुछ पहलुओं को संक्षिप्त में समझने की कोशिश करेंगे, पुराण शब्द का अर्थ ही है प्राचीन कथा, पुराण विश्व साहित्य के सबसे प्राचीन ग्रँथ हैं, उन में लिखित ज्ञान और नैतिकता की बातें आज भी प्रासंगिक, अमूल्य तथा मानव सभ्यता की आधारशिला हैं, वेदों की भाषा तथा शैली कठिन है, पुराण […]
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Bal Gyanam – Vaishakha Masa (Modak)

Free Vedik Classes for Children/Kids age between 5 to 12 Years. Please register, for Speaking Bharat-Baal Gyanam monthly class on Hinduism Vedic Gyan and Hindu Culture include, Basic concepts of Sanatan Dharama and culture. Shloka & stotras Moral/ Inspiring Stories from scriptures Yoga/ Meditation Date: Sun, May 15Time: 14:00 to 16:00 BST Location: Brahmarishi Mission UK,Heston […]
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एकात्मता स्तोत्र (Ekatmata Stotra)

सच्चिदानंदरूपाय – एकात्मता स्तोत्र, मंत्र अर्थ  ॐ सच्चिदानन्दरूपाय नमोस्तु परमात्मनेज्योतिर्मयस्वरूपाय विश्वमाङ्गल्यमूर्तये   ॐ सच्चिदानन्दरूपाय नमोस्तु परमात्मनेज्योतिर्मयस्वरूपाय विश्वमाङ्गल्यमूर्तये || १ || प्रकृतिः पञ्चभूतानि ग्रहा लोकाः स्वरास्तथादिशः कालश्च सर्वेषां सदा कुर्वन्तु मङ्गलम्।। २।। रत्नाकराधौतपदां हिमालयकिरीटिनीम्ब्रह्मराजर्षिरत्नाढ्यां वन्दे भारतमातरम् || 3 || महेन्द्रो मलयः सह्यो देवतात्मा हिमालयःध्येयो रैवतको विन्ध्यो गिरिश्चारावलिस्तथा || ४ || गङ्गा सरस्वती सिन्धुर्ब्रह्मपुत्रश्च गण्डकीकावेरी यमुना रेवा […]
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माँ सरस्वती वंदना (Saraswati Vandana)

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।  या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥  या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।  सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥ शुक्लाम् ब्रह्मविचार सार परमाम् आद्यां जगद्व्यापिनीम्।  वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌॥  हस्ते स्फटिकमालिकाम् विदधतीम् पद्मासने संस्थिताम्‌।  वन्दे ताम् परमेश्वरीम् भगवतीम् बुद्धिप्रदाम् शारदाम्‌॥2॥
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प्रातः स्मरण मंत्र !! (Pratha Smaran Mantra)

प्रात: कर-दर्शनम्-कराग्रे वसते लक्ष्मी:, करमध्ये सरस्वती ।कर मूले तु गोविन्द:, प्रभाते करदर्शनम ॥१॥ पृथ्वी क्षमा प्रार्थना-समुद्रवसने देवि ! पर्वतस्तनमंड्ले ।विष्णुपत्नि! नमस्तुभ्यं पाद्स्पर्श्म क्षमस्वे ॥२॥ त्रिदेवों के साथ नवग्रह स्मरण-ब्रह्मा मुरारीस्त्रिपुरांतकारीभानु: शाशी भूमिसुतो बुधश्च ।गुरुश्च शुक्र: शनि-राहु-केतवःकुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम ॥३॥ सनत्कुमार: सनक: सन्दन:सनात्नोप्याsसुरिपिंलग्लौ च ।सप्त स्वरा: सप्त रसातलनिकुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम ॥४॥ सप्तार्णवा: सप्त कुलाचलाश्चसप्तर्षयो […]
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एकात्मता मंत्र (Ekatmata Mantra)

यं वैदिका मन्त्रदृशः पुराणाः इन्द्रं यमं मातरिश्वा नमाहुः।वेदान्तिनो निर्वचनीयमेकम् यं ब्रह्म शब्देन विनिर्दिशन्ति॥ शैवायमीशं शिव इत्यवोचन् यं वैष्णवा विष्णुरिति स्तुवन्ति।बुद्धस्तथार्हन् इति बौद्ध जैनाः सत् श्री अकालेति च सिख्ख सन्तः॥ शास्तेति केचित् प्रकृतीः कुमारः स्वामीति मातेति पितेति भक्त्या।यं प्रार्थन्यन्ते जगदीशितारम् स एक एव प्रभुरद्वितीयः॥
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भगवान शिव के रहस्य

  भगवान शिव के रहस्य !! भगवान शिव अर्थात पार्वती के पति शंकर जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ आदि कहा जाता है। 🔱1. आदिनाथ शिव : – सर्वप्रथम शिव ने ही धरती पर जीवन के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया इसलिए उन्हें ‘आदिदेव’ भी कहा जाता है। ‘आदि’ का अर्थ प्रारंभ। आदिनाथ होने के कारण उनका एक नाम […]
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