भारत बोल रहा है ! भारत बोल रहा है, भईया भारत बोल रहा है ! पहले तो वे सब बोले थे, अब ये बोल रहा है, विश्व गुरु था पहले ये अब, ये मार्ग सभी को दिखा रहा है, जिस जिस ने दिखलाई थी आखें, उनकी आखें खोल रहा हैं, सोने की चिड़िया वाला ये, भारत बोल रहा है, मत कुचलो इसकी माटी को संभल नही तुम पाओगे, मचल गए जो इसके बेटे खाक में मिल जाओगे, इस मिट्टी का हिस्सा हो ऐसा सबक पढ़ाओ तुम, बने रहे संबंध हमारे, ऐसे वतन बनाओ तुम, पड़ोसी धर्म निभाने वाला, भारत बोल रहा है, सत्य अहिंसा का ये पालक, भारत बोल रहा है गंगा जमना की तहजीबी, बात अमल में लाओ तुम, छप्पन इंची सीने के, गले सभी लग जाओ तुम, होंगे विकसित देश हमारे, राम राज्य अब लाओ तुम, मेल मिलाप के सब दरवाजे, भारत खोल रहा है, भूलेंगे नही धर्म हमारा, भारत बोल रहा है।
- अशोक गुप्ता
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Ashok Gupta
Sawai Madhopur, Rajasthan